NHAI ने फास्टैग से जुडा नया नियम (MP Fastag New Rule) लागु कर दिया है, अब वाहन चालक को फास्टैग गाडी के कांच पर लगाना अनिवार्य हो गया है
MP Fastag New Rule | फास्टैग (Fastag) की शुरुआत भारत में साल 2014 में हुई थी, जिसने टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों और समय की बर्बादी को काफी हद तक कम कर दिया। फास्टैग के आने से पहले, लोगों को टोल प्लाजा (Toll plaza) पर खुद से पैसे देने होते थे और पर्ची कटवानी पड़ती थी, जिसमें लंबा समय लग जाता था। फास्टैग के माध्यम से अब वाहन चालकों को अपनी गाड़ियों पर फास्टैग लगाना होता है, और जैसे ही वे टोल प्लाजा पर पहुंचते हैं, मशीन तुरंत स्कैन कर उनके अकाउंट (Account) से पैसे काट लेती है।
फास्टैग ने टोल प्लाजा पर होने वाली समस्याओं को काफी हद तक कम कर दिया है, लेकिन इसके सही उपयोग के लिए नियमों का पालन करना आवश्यक है। गाडी के कांच/विंडशील्ड (Windshield) पर फास्टैग लगाना अनिवार्य करने और डबल जुर्माना लगाने के नए नियमों से उम्मीद है कि लोग फास्टैग का सही से उपयोग करेंगे और टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों से मुक्ति मिलेगी।: MP Fastag New Rule
जुड़िए हमारे MP Fastag New Rule | फास्टैग को गाड़ी के सामने वाले गाडी के कांच/विंडशील्ड पर लगाना इसलिए जरूरी है क्योंकि यहां इसे बड़ी आसानी से रीड किया जा सकता है। विंडशील्ड पर लगा फास्टैग कैमरा द्वारा आसानी से स्कैन हो जाता है और वाहन चालक को लाइन में वेट भी नहीं करना होता। इस प्रकार, फास्टैग लगाने का सबसे बेहतर स्थान विंडशील्ड होता है। National Highway Authority of India (NHAI) द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई वाहन फास्टैग लेन में आता है लेकिन उसके गाडी के कांच/विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगा होता है, तो इस स्थिति में टोल ऑपरेटर डबल फाइन वसूल करेंगे। इसके साथ ही टोल कलेक्टरों को जुर्माने के प्रावधान की जानकारी को सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि लोगों को इस बारे में जानकारी हो सके। जुर्माने लगाने के बाद का सीसीटीवी फुटेज और गाड़ी नंबर को संभाल कर रखने की भी सलाह दी गई है ताकि प्राॅपर रिकॉर्ड रखा जा सके।: MP Fastag New Rule 👉🏼 45 मिनट में 50 लाख का लोन क्लिक करें MP Fastag New Rule | नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने हाल ही में फास्टैग को लेकर नियमों में बदलाव किया है। नई एडवाइज़री के अनुसार, अब फास्टैग को गाडी के कांच/विंडशील्ड पर लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। यदि कोई वाहन फास्टैग लेन में आता है, लेकिन उसके विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगा होता है, तो उस वाहन से डबल फाइन लिया जाएगा। टोल ऑपरेटर (Toll Operator) या फिर टोल लेने वाली एजेंसियां जो चार्ज है उसका डबल चार्ज वसूल करेंगी। यदि किसी वाहन में फास्टैग नहीं लगा है और वह एक्सप्रेसवे पर निकल गया है, तो टोल प्लाजा पर उसे नियमों के अनुसार जितना टोल लगता है उसका डबल चुकाना होता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी रास्ते पर टोल 150 रुपये है और वाहन चालक के पास फास्टैग नहीं है, तो उसे 300 रुपये चुकाने पड़ेंगे।: MP Fastag New Rule 👉🏼 जीरो क्रेडिट स्कोर वाले कैसे ले सकते है लोन अभी क्लिक करें MP Fastag New Rule | मध्य प्रदेश में कई मामले सामने आए हैं जहां लोग टोल टैक्स से बचने के लिए फास्टैग को जेब या कार में रखे होने का दावा करते हैं। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और अन्य शहरों में लोग एंट्री पॉइंट पर बिना फास्टैग के प्रवेश कर लेते हैं और फिर बाहर निकलते समय जेब में रखा फास्टैग दिखाकर भुगतान से बचने की कोशिश करते हैं। इन घटनाओं को देखते हुए NHAI ने सख्ती बरती है और नए निर्देश जारी किए हैं। यह भी पढ़िए-👇👇👇 👉🏼 आ गई भाईयों की बारी, युवाओं को सरकार देगी हर महीने 6000 से 10,000 रुपए 👉🏼 सड़कों पर दौड़ेगा शाही गुरिल्ला, धुक-धुक करती आ गई एनफील्ड की नई बाइक 👉🏼 16,999 रुपए की खास प्राइस में सैमसंग ने लॉन्च किया धांसू स्मार्टफोन 👉🏼 उज्जैन में झोला छाप डॉक्टरों की खेर नहीं, CM डॉ. मोहन यादव ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश 👉🏼 आज क्या रहा सोना-चांदी का प्राइस, सिल्वर में आई गिरावट, गोल्ड ने पकड़ी रफ्तार choupalmedia.com के सभी आर्टिकल सब्जेक्ट एक्पर्ट की डीप रिसर्च और नॉलेज के बाद लिखे जाते है। रिलाएबल सोर्सेस से डाटा कलेक्ट कर आपके लिए इंफॉर्मेटिव आर्टिकल पब्लिश किए जाते है। (MP Fastag New Rule) हमें विश्वास है की हमारा हर आर्टिकल आपके बहुत काम आने वाला है। हम आशा करते है आप हमें सहयोग देंगे। अगर आपको choupalmedia.com आर्टिकल पसंद आये तो अपने दोस्त और फैमली मेम्बर्स के साथ जरूर शेयर करें। ऑटोमोबिल, बिज़नेस, एंटरटेंटमेंट, फाइनेंस और टेक्नोलॉजी से जुडी न्यूज़ के साथ जानकारी के लिए हमारे ग्रुप से जुड़िए।गाडी के कांच पर फास्टैग क्यों जरूरी?
देना पड़ेगा डबल जुर्माना
फास्टैग के नियमों में हुआ बदलाव
देना होगा दोगुना टोल
मध्य प्रदेश में हो चुकी है घटना