आज गोपाल मंदिर में होगा 100 करोड के आभूषण का श्रृंगार, सालों से चली आ रही है परम्परा  

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन गोपाल मंदिर श्री राधा-कृष्ण को 100 करोड के आभूषण पहनाये जाते है, (Gwalior Gopal Mandir) जानिए आखिर कहा है, भव्य गोपाल मंदिर 

Gwalior Gopal Mandir | आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami) के दिन गोपाल मंदिर में श्री राधा-कृष्ण को 100 करोड रुपए की कीमत के सोने, हीरा, पन्ना, माणिक,  मोती, पुखराज और नीलम से जड़े आभूषण पहनाये जाएंगे।

श्री कृष्णा और राधा रानी को पहनाये जाने वाले यह आभूषण 150 साल से ज्यादा पुराने बताये जा रहे हैं जो की सिंधिया स्टेट द्वारा भगवान को भेंट किये गए थे। मंदिर की सुरक्षा में 200 से अधिक जवान देना किए जाएंगे।

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जन्माष्टमी (Janmashtami 2024) का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Dr Mohan yadav) के निर्देश पर सभी निजी व सरकारी स्कूलों में भी जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है।

ऐसे में प्रदेश भर में ग्वालियर में स्थित गोपाल मंदिर कीचर्चा हो रही है। यह एक मात्र ऐसा राधा-कृष्ण का मंदिर है, जहां जन्माष्टमी पर राधा-श्री कृष्णा (Radha-Shri Krishna) को 100 करोड रुपए की कीमत के आभूषण पहनाये जाते हैं। :Gwalior Gopal Mandir

17 साल से हो रहा है श्रृंगार 

Gwalior Gopal Mandir | गौरतलब है कि आजादी से पहले तक भगवान इन जेवरों को धारण किए रहते थे। लेकिन इसके बाद आभूषणों को बैंक के लॉकर में रखवा दिया था। साल 2007 में इनकी जिम्मेदारी ग्वालियर नगर निगम को सौंप दी गई।

तब से लेकर हर साल जन्माष्टमी पर इन आभूषणों को बैंक के लॉकर से निकाल कर भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी को पहने जाते हैं।

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मंदिर में रहती है ट्रिपल लेयर सुरक्षा

Gwalior Gopal Mandir 100 करोड़ की कीमत के आभूषण और मंदिर की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन सख्त रहता है। लॉकर से गहने निकालना और रखने के दौरान 50 पुलिस जवान और अफसर तैनात रहते हैं।

जब की जन्माष्टमी के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए 200 से ज्यादा पुलिस जवान ट्रिपल लेयर में तैनात रहते हैं। मंदिर के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। इसके अलावा मेटल डिटेक्टर से भी जांच की जाती है।

यह आभूषण पहने जाते हैं

  • सात लड़ी का हार- हार में 55 पन्ना 30 से ज्यादा हीरे 62 शुद्ध मोती और माणिक जुड़े हुए हैं।
  • मोतियों की माला- 150 साल से अधिक पुराने शुद्ध मोतियों की माला इसमें 249 मोती, सोने के तार में पिरोए गए हैं।
  • स्वर्ण मुकुट- 3-3 किलों के 2 स्वर्ण मुकुट, जिसमें 16 ग्राम का पन्ना, 50 हीरे 25 माणिक, 20 पुखराज और नीलम जड़े हैं।
  • कंगन- राधा-कृष्ण को सोने के हीरे, पुखराज जड़े कंगन भी पहने जाते हैं।
  • बांसुरी- भगवान श्री कृष्ण की बांसुरी पूरी तरह से सोने की बनी है इसमें उच्च कोटि के 20 से अधिक हीरे भी जड़े हुए हैं।
  • अन्य आभूषण- इसमें झुमके सोने की नाथ कंठी चूड़ियां कड़े आदि हैं इन पर भी 25 से ज्यादा हीरे जुड़े हुए हैं।

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लाखों की संख्या में पहुंचते हैं भक्त

Gwalior Gopal Mandir | श्री जन्माष्टमी महापर्व पर प्रत्येक साल श्री राधा रानी और श्री कृष्ण के दर्शन करने के लिए ग्वालियर के साथ-साथ आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गोपाल मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। बेस कीमती आभूषणों के श्रृंगार दर्शन के लिए लाखों की संख्या में भक्ति मंदिर पहुंचने हैं।

ग्वालियर नगर निगम करती है देखरेख

Gwalior Gopal Mandir | ग्वालियर के गोपाल मंदिर में भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी के 100 करोड़ कीमत के आभूषणों की जिम्मेदारी ग्वालियर नगर निगम के हवाले है।

हर साल नगर निगम के अधिकारियों द्वारा इन आभूषणों को सेंट्रल बैंक के लॉकर में रखा जाता है इसके लिए हर साल समिति बनाई जाती है। जो त्यौहार के दिन सुबह गहनों को लॉकर से निकलकर मंदिर पहुंचती है।: Gwalior Gopal Mandir

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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम दीपक भारती है और मैं मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में रहता हूं। में choupalmedia.com का फाउंडर हूं। मैंने MA in Mass communication की पढ़ाई की है। साल 2008 में जर्नलिज्म के क्षेत्र में मैंने कदम रखा। जोकि निरंतर जारी है। इसी के साथ मैंने साल 2019 से ब्लॉगिंग शुरू की है। इस दौरान मैंने ब्लॉगिंग के कई अलग-अलग विषयों पर शोध किया है। मैंने ब्लॉगिंग से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी हासिल की है। मुझे उम्मीद है कि मेरी इस जानकारी से आपको भी फायदा होगा। में आशा करता हूं कि आप सभी मेरे साथ ऐसे ही जुड़े रहेंगे और सहयोग करेंगे।

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